बारिश लगातार चलने लगी है और आम आदमी के लिये हर दिन की routine में दिक्कत पैदा कर रही है। घर में पानी की नमी, रास्तों पर गड्ढे, और स्वास्थ्य पर असर—इन्हें रोकने के लिये कुछ सरल कदम मदद करेंगे। नीचे हम रोज‑रोज के कामों में छोटे‑छोटे बदलाव बताएँगे, जिससे आप भी इस मौसम में आराम से रह सकें।
पहले ध्यान दें कि छत और पाइपलाइन ठीक हैं या नहीं। टपकते नल या झरने वाली छत पर तुरंत मरम्मत करवा दें, नहीं तो दीवारों में फफूंदी लग जाएगी। ज़रूरत पड़ने पर वाटरप्रूफ शीट या प्लास्टिक शीट लगाएँ। दीवारों के नीचे लगाई गई टाइलें समय‑समय पर चेक करें, टूट-फूट बहुत जल्दी फर्श को गीला कर देती है।
अगर बेसमेंट या तहखाने में पानी जमा हो रहा है तो सैंड बैग या इक्विपमेंट के साथ पानी को बाहर निकालें। बैकयार्ड में पानी जमा न होने दें, आप एक छोटा ड्रम या पिट बनाकर अतिरिक्त पानी इकट्ठा कर सकते हैं। ऐसा करने से दीवारों की नींव सुरक्षित रहती है और बाढ़ का खतरा कम होता है।
बारिश के मौसम में फंगल इन्फेक्शन आसानी से फैलते हैं। अगर घर में दाने, फफूंदी या बदबू आती है तो तुरंत एंटी‑फंगल क्लीनर से साफ करें। बच्चों और बुजुर्गों को धूप में थोड़ा‑बहुत समय निकालना फायदेमंद रहता है, इससे विटामिन‑D बना रहता है और इन्जेक्शन‑से‑जुड़ी बीमारियों से बचाव होता है।
बाहर निकलते समय पानी प्रतिरोधी जूते और छत्री रखें। सड़कों पर गड्ढे अक्सर असमान होते हैं, इसलिए धीरे‑धीरे चलें और बच्चों को हाथ पकड़े रखें। गाड़ी चलाते समय ब्रेक को धीरे‑धीरे लगाएँ, पानी की सतह पर ब्रेक बंद होने से स्किडिंग हो सकती है।
अपनी खाना‑पीना की चीज़ें ठीक से स्टोर करें। सिट्रस फल और दालें नमी में जल्दी खराब हो सकते हैं, इसलिए उन्हें एयर‑टाइट कंटेनर में रखें। अगर मछली या मांस की वस्तु है तो फ्रिज के फ्रीज़र में रखें, नहीं तो बैक्टेरिया तेजी से बढ़ता है।
किसानों के लिये भी लगातार बारिश के असर को कम करने के कई उपाय हैं। यदि खेत में जल भराव हो रहा है तो छोटे‑छोटे नाली बनाकर पानी निकालें। पिचमेंट या बहाव रोकने के लिये खेत के किनारे को हल्के‑हल्के ऑफ़सेट रखें, इससे पानी जल्दी बहकर बाहर निकल जाता है। धान के खेत में ज्यादा पानी से बचने के लिये ड्रेनेज की जाँच करें।
आख़िर में, मौसम की ताज़ा जानकारी के लिये भरोसेमंद ऐप या वेबसाइट फॉलो करें। हर सुबह के अलर्ट से आप समय‑पहले तैयार हो सकते हैं और अनावश्यक परेशानी से बच सकते हैं। लगातार बारिश तो आती रहती है, लेकिन सही तैयारी से आप इसका असर कम कर सकते हैं।
IMD ने दिल्ली-NCR में 6 दिनों तक लगातार बारिश का अलर्ट दिया है। तापमान 25.9°C से 33.6°C के बीच, 87% बारिश की संभावना और हवा 20.2 किमी/घं तक चल रही है। 6 सितंबर को गरज-चमक, 7-8 सितंबर को हल्की फुहारें, 9 सितंबर को छोटा ब्रेक संभव। AQI 75 (मoderate) दर्ज, जलभराव और ट्रैफिक की आशंका बनी।
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